दयानन्द अनन्त (Dayanand Anant)
(माताः स्व. सावित्री देवी, पिताः स्व. पूर्णानन्द ढौंढियाल)
जन्मतिथि : 14 जनवरी 1929
जन्म स्थान : नैनीताल
पैतृक गाँव : चैप्ता जिला : पौड़ी
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 2 पुत्रियाँ
शिक्षा : बी.ए.
प्राथमिक- प्रा.पा. गौशाला, मल्लीताल, नैनीताल
हाईस्कूल- रा.इ.का., नैनीताल
इण्टर- व्यक्तिगत, लखनऊ
बी.ए.- लखनऊ
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः अनेक साहित्यिक कृतियों के बाद प्रेमचन्द को पढ़ने से मेरी समझ तथा संवेदना का रुपान्तरण हुआ।
प्रमुख उपलब्धियां : 1958 में पहली कहानी ‘गुइयाँ गाले न गले’ के ‘कहानी’ में छपने के साथ रचनात्मक यात्रा शुरु। अब तक 2 कहानी संग्रह, 3 उपन्यास, 5 टीवी नाटक, अनेक हास्य व्यंग्य तथा अनेक अनुवाद प्रकाशित। रूसी दूतावास में जन सम्पर्क अधिकारी भी रहे और फिर स्वतंत्र रचनाकार के रुप में ‘पर्वतीय टाइम्स’ के संस्थापक- संपादक बने। यह पत्र 1980 से 1989 तक प्रकाशित हुआ था। वर्तमान में भी यह प्रकाशित हो रहा है।
युवाओं के नाम संदेशः सिर्फ़ ज्ञान ही मुक्ति देगा। इसलिये गंभीर होकर ज्ञान प्राप्त करें। उपभोक्ता संस्कृति से बचें। दुनियाँ को बदलने की और ठीक रास्ते पर लाने की जिम्मेदारी सिर्फ़ आपकी है।
विशेषज्ञता : साहित्य, सम्पादन, पत्रकारिता।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।